सुक्रुपा एम्पावर इंडिया फाउंडेशन ने राजस्थान में ‘सुकल्प’ अभियान की शुरुआत की है।
सुक्रुपा एम्पावर इंडिया फाउंडेशन ने राजस्थान में ‘सुकल्प’ अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान राज्य के आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देगा। शनिवार को सियारा क्लाउड कार्यालय में इस अभियान की पहली बैठक आयोजित की गई।
.
बैठक में संस्थापक सदस्य क्रुपालता मार्टिन दास, सह-अध्यक्ष नवदीप श्रीवास्तव और एफटीआईआई राजस्थान के अध्यक्ष सचिन गुप्ता सहित कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे। महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष निहारिका शर्मा और एडवोकेट शिवा गौड़ ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
दक्षिण भारत के बाद अब राजस्थान में विशेष कार्ययोजना शुरू
संस्थापक क्रुपालता मार्टिन दास ने बताया कि दक्षिण भारत के बाद अब राजस्थान में विशेष कार्ययोजना शुरू की जा रही है। इस योजना के तहत आदिवासी क्षेत्रों और शहरी कच्ची बस्तियों के बच्चों को डिजिटल शिक्षा दी जाएगी। विशेष रूप से बालिकाओं की शिक्षा पर ध्यान दिया जाएगा।
फाउंडेशन का उद्देश्य बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को रोकना भी है। इसके लिए शिक्षा के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी। योग्य छात्रों को देश के प्रतिष्ठित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।
सुकल्प कार्यक्रम के तहत स्किल डेवलपमेंट पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह पहल राज्य सरकार के राइजिंग राजस्थान विजन को साकार करने में मदद करेगी।
इस अभियान की पहली बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने बताया- हम भी सरकार के साथ मिलकर प्रदेश के पिछड़े और वंचित क्षेत्रों में स्कूली बच्चों , बच्चियों और युवाओं को डिजिटल और मॉडर्न एजुकेशन के माध्यम से देश और समाज के विकास में अपना योगदान करने योग्य बनाएंगे। इसके लिए पहले चरण में सौ सरकारी स्कूलों को चुना जा रहा है, जहां डिजिटल क्लास, स्किल लैब और करियर ब्रिजिंग प्लेटफॉर्म तैयार किए जाएंगे। सरकार और एनजीओ के साथ मिलकर युवा और महिलाओं को डिजिटल लिटरेसी के माध्यम से रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा।
गरीब बच्चों को मिलेंगे मॉडर्न शिक्षा और करियर के अवसर
फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया ( एफटीआईआई) के प्रदेशाध्यक्ष और सुक्रुपा इम्पावर इंडिया राजस्थान के बोर्ड मेम्बर सचिन गुप्ता ने कहा- यह फाउंडेशन पिछले 25 साल से दक्षिण भारत के राज्यों में गरीब बच्चों को शिक्षा और रोजगार के लिए शानदार काम कर रहा है। अब राजस्थान में उन बच्चों को मॉडर्न एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से करियर बनाने के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमें ऐसे परिवारों के बच्चों को प्राथमिकता मिलेगी, जिनके माता- पिता शिक्षित नहीं है और बच्चों को मॉडर्न शिक्षा उपलब्ध नहीं करा पाते।
राजस्थान के लिए नियुक्त कोर टीम में गरिमा सैनी, दीपाली खंडेलवाल, बरखा नाग, आकांक्षा शर्मा, कीर्ति वश्र्नेय, रिमझिम शर्मा है।