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भरतपुर की पारंपरिक मिठाई ‘बिस्तर बंद’, जिसे लोग प्यार से ‘पलंग तोड़’ भी कहते हैं.यह मिठाई पूरी तरह हाथों से बनाई जाती है और इसकी तैयारी में 7 से 8 घंटे लगते हैं. आइये जानते हैं इसकी रेसिपी…
हाइलाइट्स
- भरतपुर की पारंपरिक मिठाई ‘बिस्तर बंद’ प्रसिद्ध है
- यह मिठाई ताजे दूध से बनाई जाती है और 7-8 घंटे लगते हैं
- बिस्तर बंद मिठाई का भाव 800-900 रुपये प्रति किलो है
7 घंटे की मेहनत से बनती है ये खास मिठाई
हलवाई जमाल भाई, जो वर्षों से इस मिठाई को बना रहे हैं. वह बताते हैं कि इसकी शुरुआत ताजे दूध से होती है. दूध को धीमी आंच पर घंटों तक पकाया जाता है, जब तक वह गाढ़ा होकर खोये जैसा न हो जाए. फिर इस दूध को समतल सतह पर फैलाकर उस पर चीनी का बुरा और मलाई की परत डाली जाती है. इसके बाद दूध की इस परत को छोटे-छोटे लंबे टुकड़ों में काटा जाता है और बिस्तर की तरह रोल किया जाता है. अंत में इसे काजू और पिस्ता से सजाया जाता है. पूरी प्रक्रिया में करीब 7 से 8 घंटे का समय लगता है.
इस मिठाई को बिस्तर की तरह मोड़ा जाता है, इसीलिए इसे ‘बिस्तर बंद’ कहा जाता है. यह पूरी तरह हाथ से बनी होती है और इसका आकार, वजन और स्वाद बाकी मिठाइयों से अलग होता है. लगभग 12 से 13 लीटर दूध से सिर्फ 2 से ढाई किलो मिठाई बनती है. बाजार में इसका दाम ₹800 से ₹900 प्रति किलो तक है. यह मिठाई खासतौर पर त्योहारों, शादियों और खास मौकों पर खूब पसंद की जाती है.
देश-विदेश तक जाती है मिठाई
इस मिठाई की मांग केवल भरतपुर में ही नहीं बल्कि आगरा, मथुरा, दिल्ली, जयपुर और विदेशों तक है. इसका असली पारंपरिक स्वाद केवल भरतपुर मिष्ठान भंडार में ही मिलता है.
एक दशक से डिजिटल जर्नलिज्म में सक्रिय. दिसंबर 2020 से News18Hindi के साथ सफर शुरू. न्यूज18 हिन्दी से पहले लोकमत, हिन्दुस्तान, राजस्थान पत्रिका, इंडिया न्यूज की वेबसाइट में रिपोर्टिंग, इलेक्शन, खेल और विभिन्न डे…और पढ़ें
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