Monday, July 21, 2025
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Pehla Sawan Somwar 2025: सावन का पहला सोमवार आज, जानें पूजा विधि, शुभ योग, मुहूर्त और सामग्री


सावन महीने का हर दिन पर्व के समान होता है और सावन का हर सोमवार बहुत खास. लेकिन पहले सावन सोमवार शिवभक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है. इस दिन भक्त व्रत रखकर शिनलिंग पर जल अर्पित करते हैं, पूजा सामग्री अर्पित करते हैं, शिवजी की प्रिय चीजों का भोग लगाते हैं और मंत्र-जाप करते हैं, जिससे कि भोलेनाथ की कृपा प्राप्त की जा सके.

सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को (First Sawan Somwar 2025)

बता दें कि पंचांग के अनुसार, सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से सावन पूर्णिमा तक का समय भगवान शिव की पूजा-अराधना के लिए समर्पित होता है. इस साल सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगा. इस दौरान कुल चार सोमवार व्रत भी रखे जाएंगे, जिसमें पहला सावन सोमवार का व्रत कल यानी 14 जुलाई 2025 को पड़ रहा है. आइए जानते हैं पहला सावन सोमवार पर पूजा की विधि, शुभ योग, मुहूर्त और पूजा की सामग्री आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी.

सावन के पहले सोमवार पर रहेंगे ये शुभ योग और मुहूर्त (First Sawan Somwar Shubh Yog)

सावन के पहले सोमवार पर ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:15 से 5 बजे कर रहेगा. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 से 12:50 तक रहेगा और प्रदोष काल में पूजा के लिए शाम 07:15 से 08:45 तक का समय शुभ रहेगा.

वहीं बात करें शुभ योग की तो, सावन के पहले सोमवार पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है. सावन का पहला सोमवार श्रावण कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर पड़ रहा है. इसलिए इस दिन गजानन संकष्टी चतुर्थी का व्रत भी रखा जाएगा. साथ ही 14 जलाई को आयुष्मान योग और सौभाग्य योग भी रहेगा.

पहला सावन सोमवार पूजा सामग्री (Sawan Somwar Puja Samagri List)

गंगाजल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, चंदन औ भस्म, जनेऊ, बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद फूल या आक के फूल, मिष्ठान, फल, धूप, दीप, रुद्राक्ष की माता, मौली, आम की मंजरी, सुपारी, अक्षत, कपूर शुद्ध जल और बैठने के लिए आसन आदि.

सावन सोमवार पूजा की विधि (Sawan Somwar Puja Vidhi)

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद शिव मंदिर जाकर शिवलिंग की विधिवत पूजा करें. अगर घर पर शिवलिंग हो तो आप घर भी विधि-विधान से पूजा कर सकते हैं. सबसे पहले शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद आदि जैसे तरल पदार्थों से शिवलिंग अभिषेक करें. इसके बाद फूल, धतूरा, बेलपत्र, भांग, भस्म और भोग आदि जैसे सामग्रियों को अर्पित करें. इसके बाद शिव मंत्रों का जाप करें और धूप-दीप जलाकर सावन सोमवार की व्रत कथा पढ़ें और फिर आरती करें.

सावन सोमवार पूजा में न करें ये गलतियां

  • शिवजी की पूजा में नारियल, केतकी के फूल, लाल फूल, कुमकुम, तुलसी और शंख का प्रयोग न करें.
  • काले रंग के कपड़े पहनकर शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए.
  • पूजा के बाद फलाहार रहें. नमकयुक्त और तामसिक भोजन से दूरी बनाएं.
  • मन में किसी के प्रति गलत विचार न लाएं और वाद-विवाद में न उलझें.

सावन सोमवार की अन्य तिथियां


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.



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