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Ghar par tamatar kaise ugaye: घर पर टमाटर उगाना अब बहुत आसान हो गया है. बस एक गमला, सही मिट्टी और थोड़ी धूप से शुरू करें यह हेल्दी जर्नी. टमाटर का पौधा कम देखभाल में भी अच्छा फल देता है. हर मौसम में ताजे और रसीले टमाटर पाएं अपने ही घर की बालकनी से.
How to grow tomatoes at home: क्या आपने कभी सोचा है कि जिन टमाटरों को आप हर दिन सब्जी में इस्तेमाल करते हैं, वो अगर आपके अपने गमले में उगें तो कितना मजा आएगा? बाजार से लाए टमाटर अक्सर केमिकल से पकाए हुए होते हैं और स्वाद भी वैसा नहीं होता जैसा होना चाहिए. वहीं अगर घर पर उगाए गए टमाटर हों तो वो ना सिर्फ ताजे होते हैं बल्कि उनकी खुशबू और स्वाद भी अलग ही होता है. आजकल गार्डनिंग का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है और लोग बालकनी या छत पर ही सब्जियां उगाने लगे हैं. ऐसे में टमाटर उगाना एक बेहतरीन शुरुआत हो सकती है. इसे आप बहुत कम जगह में, छोटे गमले में और बिना किसी बड़े खर्चे के आसानी से उगा सकते हैं.

खास बात ये है कि टमाटर का पौधा बहुत मेहनत नहीं मांगता और थोड़ी सी देखभाल में ही भरपूर फल देता है. चाहे आप अपार्टमेंट में रहते हों या छोटे घर में, अगर थोड़ी धूप मिल रही है तो टमाटर का पौधा जरूर लगाएं. आज हम आपको बताएंगे कि घर पर गमले में टमाटर उगाने का सबसे आसान तरीका क्या है, जिससे हर मौसम में आपको ताजे टमाटर मिल सकें.

किस मौसम में लगाएं टमाटर का पौधा: टमाटर गर्म और सूखे मौसम में सबसे अच्छा उगता है. फरवरी से अप्रैल और फिर जुलाई से सितंबर के बीच का समय इसके लिए सबसे उपयुक्त होता है. ठंड में भी पौधा चलता है लेकिन उत्पादन थोड़ा कम हो सकता है.

गमला और मिट्टी कैसे चुनें: टमाटर के लिए कम से कम 12 से 14 इंच गहरा गमला लेना चाहिए. प्लास्टिक, सिरेमिक या मिट्टी का कोई भी गमला चलेगा, बस नीचे से पानी निकलने का छेद ज़रूर होना चाहिए. मिट्टी के लिए आप 50% गार्डन सॉयल, 30% गोबर की खाद और 20% रेत या कोकोपीट मिलाएं ताकि पानी का ड्रेनेज अच्छा बना रहे और पौधे को पोषण भी मिलता रहे.

बीज या पौधा- कौन सा बेहतर: अगर आप चाहें तो नर्सरी से टमाटर का छोटा पौधा खरीद सकते हैं. लेकिन घर में लगे टमाटर से बीज निकालकर सुखा कर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. बीज को 1-2 दिन के लिए पानी में भिगोने के बाद गमले में 1 सेंटीमीटर गहराई पर बो दें.

पानी और धूप का संतुलन: टमाटर का पौधा 4 से 6 घंटे की सीधी धूप पसंद करता है. पानी रोज़ देने की जरूरत नहीं होती, बस जब मिट्टी सूखी लगे तब ही पानी दें. ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं. गर्मियों में 1 दिन छोड़कर पानी देना ठीक रहता है.

सहारा देना जरूरी है: टमाटर के पौधे जब बढ़ने लगते हैं तो उन्हें सहारे की जरूरत पड़ती है ताकि फल झुकने या गिरने ना पाएं. आप लकड़ी की पतली डंडी, जाली या रस्सी का सहारा दे सकते हैं.

खाद और देखभाल: पौधे को हर 15 दिन में वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की खाद देते रहें. पत्तों में पीलापन दिखे या फल ठीक से ना आएं तो नीम ऑयल का स्प्रे करें. सूखे पत्तों को समय-समय पर हटा दें ताकि पौधा फ्रेश बना रहे.

टमाटर तोड़ने का सही समय: बीज बोने के 60-75 दिन बाद टमाटर पकना शुरू हो जाता है. जब टमाटर हल्का लाल दिखे और छूने में थोड़ा नरम लगे तब उसे तोड़ लें. ज्यादा देर तक पौधे पर छोड़ने से वो सड़ सकते हैं.

कुछ काम की टिप्स: टमाटर के साथ तुलसी, मिर्च या धनिया भी उगा सकते हैं. एक से ज्यादा गमले में पौधे लगाएं ताकि लगातार फल मिलता रहे. टमाटर के नीचे पुआल या सूखे पत्ते बिछा दें, इससे नमी बनी रहती है और मिट्टी जल्दी नहीं सूखती. बारिश में पौधों को ज्यादा पानी से बचाएं, वरना जड़ें खराब हो सकती हैं.

घर पर गमले में टमाटर उगाना न सिर्फ आसान है बल्कि हेल्दी लाइफस्टाइल की तरफ एक बड़ा कदम भी है. अपने हाथों से उगाए गए टमाटर का स्वाद ही अलग होता है. तो अब इंतजार मत कीजिए. एक गमला, थोड़ी सी मिट्टी और धूप का इंतजाम करिए और शुरू हो जाइए टमाटर उगाने की इस ताजगी भरी जर्नी में.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

