बयान में कहा गया, “एनआईए ने आंध्र प्रदेश पुलिस के साथ समन्वय में एक साथ तलाशी की योजना बनाई और आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और दिल्ली राज्यों में सावधानीपूर्वक छापेमारी की.” यह तलाशी, भारत में आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में एनआईए द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. यह तलाशी, आतंकवाद निरोधी एजेंसी द्वारा मामले में एक प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किए जाने के एक महीने से भी कम समय बाद की गई है.
पुलिस ने सिराज को गिरफ्तार किया, क्योंकि उसके पास विस्फोटक डिवाइस (आईईडी) बनाने के लिए संदिग्ध रासायनिक पदार्थ मिले थे. एनआईए के बयान में बताया गया कि पूछताछ के दौरान, सिराज ने भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश का खुलासा किया. इसके बाद पुलिस ने एक अन्य आरोपी, सईद समीर, को भी गिरफ्तार किया.
एनआईए की जांच से पता चला है कि सिराज और समीर दोनों इंस्टाग्राम, फेसबुक, टेलीग्राम, सिग्नल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से युवाओं को भड़काने में सक्रिय रूप से शामिल थे. इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1908 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत जांच जारी है.

