Medical Courses: एमबीबीएस के बाद कर लें ये कोर्स, देश हो या विदेश, इन डॉक्टर्स की हमेशा रहेगी डिमांड

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Medical Courses: एमबीबीएस के बाद कर लें ये कोर्स, देश हो या विदेश, इन डॉक्टर्स की हमेशा रहेगी डिमांड


नई दिल्ली (Medical Courses after MBBS). एमबीबीएस की पढ़ाई काफी कठिन होती है. ज्यादातर उम्मीदवार 5.5 से 7 साल या उससे ज्यादा समय में एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर पाते हैं. जॉब मार्केट के बदलने और एआई के आ जाने से मेडिकल सेक्टर पर भी असर पड़ा है. अब सिर्फ एमबीबीएस की डिग्री से करियर सिक्योर कर पाना मुश्किल हो गया है. आप सबसे ज्यादा डिमांड में रहने वाले डॉक्टर्स की लिस्ट देखकर उसी मुताबिक किसी मेडिकल कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.

भारत में हृदय रोग विशेषज्ञ, ऑर्थोपेडिक सर्जन, न्यूरोलॉजिस्ट आदि हमेशा मांग में रहते हैं. सिर्फ भारत ही नहीं, विदेश में भी इन प्रोफेशनल्स की काफी डिमांड है. किसी भी मेडिकल क्षेत्र में एक्सपर्टीज हासिल करने के लिए एमबीबीएस के बाद उससे जुड़ा कोर्स करना जरूरी है. इसके लिए नीट पीजी या नीट एसएस जैसी परीक्षाएं पास करनी पड़ सकती है. जानिए इन दिनों कौन से मेडिकल प्रोफेशंस सबसे ज्यादा ट्रेंड में हैं और इनमें करियर बनाने के लिए आपको कौन सा कोर्स करना होगा.

तगड़ी डिमांड में हैं ये डॉक्टर्स

डॉक्टरी का पेशा काफी सम्मानजनक माना जाता है. सैलरी के मामले में भी यह प्रोफेशन इंजीनियरिंग को कड़ी टक्कर देता है. अनुभव के साथ इसमें अच्छी कमाई की जा सकती है. जानिए, मेडिकल सेक्टर की सबसे पॉपुलर स्पेशलाइजेशंस और उससे जुड़े कोर्स.

1- हृदय रोग विशेषज्ञ (Cardiologist): एमबीबीएस के बाद एमडी (जनरल मेडिसिन) और फिर डीएम (कार्डियोलॉजी) या DNB (कार्डियोलॉजी) करें.

2- ऑर्थोपेडिक सर्जन (Orthopedic Surgeon): एमबीबीएस के बाद एमएस (ऑर्थोपेडिक्स) या डीएनबी (ऑर्थोपेडिक्स) पूरा करें.

3- न्यूरोलॉजिस्ट (Neurologist): एमबीबीएस के बाद एमडी (जनरल मेडिसिन) और फिर डीएम (न्यूरोलॉजी) या डीएनबी (न्यूरोलॉजी) करें.

4- मनोचिकित्सक (Psychiatrist): एमबीबीएस के बाद एमडी (साइकिएट्री) या डीएनबी (साइकिएट्री) में विशेषज्ञता लें.

5- ऑन्कोलॉजिस्ट (Oncologist): एमबीबीएस के बाद एमडी या एमएस (जनरल सर्जरी) और फिर डीएम (मेडिकल ऑन्कोलॉजी) या MCh (सर्जिकल ऑन्कोलॉजी) करें.

6- डर्मेटोलॉजिस्ट (Dermatologist): एमबीबीएस के बाद एमडी (Dermatology, Venereology & Leprosy) या डीएनबी (Dermatology) करें.

7- रेडियोलॉजिस्ट (Radiologist): एमबीबीएस के बाद एमडी (रेडियो डायग्नोसिस) या डीएनबी (रेडियो डायग्नोसिस) में डिग्री लें.

8- प्लास्टिक सर्जन (Plastic Surgeon): एमबीबीएस के बाद एमएस (जनरल सर्जरी) और फिर MCh (प्लास्टिक सर्जरी) या डीएनबी (प्लास्टिक सर्जरी) करें.

9- गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (Gastroenterologist): एमबीबीएस के बाद एमडी (जनरल मेडिसिन) और फिर डीएम (Gastroenterology) या डीएनबी (Gastroenterology) करें.

9- नेफ्रोलॉजिस्ट (Nephrologist): एमबीबीएस के बाद एमडी (जनरल मेडिसिन) और फिर डीएम (Nephrology) या डीएनबी (Nephrology) में विशेषज्ञता लें.

मेडिकल कोर्स में एडमिशन

एमबीबीएस: मेडिकल की सभी विशेषज्ञताओं की शुरुआत एमबीबीएस (5.5 वर्ष, जिसमें 1 वर्ष की इंटर्नशिप) से होती है. इसके लिए नीट यूजी परीक्षा पास करना जरूरी है.

पोस्टग्रेजुएट डिग्री (एमडी/एमएस/डीएनबी): एमबीबीएस के बाद नीट पीजी परीक्षा देकर एमडी या एमएस (3 वर्ष) में एडमिशन लें. डीएनबी (Diplomate of National Board) भी एक समकक्ष विकल्प है.

सुपर-स्पेशलाइजेशन (DM/MCh): एमडी/एमएस के बाद नीट-एसएस (सुपर स्पेशियलिटी) परीक्षा देकर डीएम या MCh (3 वर्ष) में एडमिशन लें.

प्रमुख संस्थान: एम्स, सीएमसी वेल्लोर, JIPMER, PGIMER और अन्य मेडिकल कॉलेजों में ये कोर्स उपलब्ध हैं.

समयावधि: एमबीबीएस (5.5 वर्ष) + एमडी/एमएस (3 वर्ष) + डीएम/MCh (3 वर्ष) = कुल 11-12 वर्ष.



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