Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा एक महान भारतीय संत और योगी थे. हनुमान जी के प्रति उनका विशेष लगाव था, जिसकी वजह से भक्त उन्हें हनुमान जी का अवतार भी मानते हैं. उनकी आध्यात्मिक यात्रा और विचारों ने लाखों लोगों के जिंदगी को सवांरा है.
वे अपने भक्तों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. वे अपने रहन-सहन और उपदेशों से लोगों का मार्गदर्शन करते थे. वह आज भले ही इस दुनिया में जीवित नहीं हैं, लेकिन उनके उपदेश आज भी लोगों के जीवन को सफल बनाने में मदद कर रहे हैं.
ऐसे में जो भी इंसान बाबा नीम करोली के इन उपदेशों का पालन करता है उसकी जिंदगी संवर जाती है. वह व्यक्ति निरंतर अपने काम को करने में सफलता हासिल करता है.
भलाई करना ही सबसे बड़ा धर्म है
बाबा नीम करोली के अनुसार, जीवन का सबसे बड़ा धर्म है दूसरों की भलाई करना. सेवा और अपनी भक्ति के सहारे व्यक्ति अपने जीवन को शुद्ध कर सकता है और ईश्वर के प्रति लगाव बढ़ा सकता है.
उनका कहना था कि कमजोर, असहाय, मजदूरों और गरीबों की मदद करना ही सबसे बड़ा पुण्य का काम है. यह काम व्यक्ति को मानसिक और आंतरिक शांति देता है. दूसरों की भलाई करने से भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं. इसलिए व्यक्ति को जीवन में प्रेम फैलाने के लिए हमेशा मदद करने का सोच रखना चाहिए.
सच्चे दिल से भक्ति और सादगी में होता है भगवान का वास
बाबा नीम करोली कहते थे कि सच्चे दिल से भक्ति और सादगी में भगवान का वास होता है. जिसका अर्थ है कि इंसान को ज्यादा दिखावा करने पर तवज्जा नहीं देनी चाहिए. अपनी जीवनशैली को बहुत ही साधारण और सरल रखना चाहिए.
क्योंकि भगवान को बाहरी दिखावा बिल्कुल भी पसंद नहीं है. उन्हें सादगी से जीवन व्यतीत करने वाले लोग बेहद पसंद होते हैं. ऐसे में इंसान को सादे जीवन जीने के साथ-साथ अपनी इच्छाओं पर भी कंट्रोल रखना चाहिए.
माफ करना जीवन का सबसे बड़ा गुण है
बाबा नीम करोली कहते थे कि प्रेम ही भगवान हैं, और माफ करना यह जीवन का सबसे बड़ा गुण है. ऐसे में इंसान को हमेशा दूसरों के प्रति प्रेम भाव रखना चाहिए. प्रेम कठिनाइयों को भी आसान बनाने में मदद करता है.
प्रेम के जरिए इंसान दुश्मनों को भी दोस्त बना लेता है. इसके अलावा, इंसान के अंदर माफ करने का गुण जरूर होना चाहिए. क्योंकि दूसरों को माफ करने से मन को बहुत शांति मिलती है.
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