संगोष्ठी में योगाचार्य ने योग आसन भी करके दिखाए
आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में आईआईटी खंदारी परिसर और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में प्राचीन एवं वर्तमान काल में योग का महत्व एवं उसकी प्रासंगिकता विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
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इस कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान के निदेशक प्रो. मनु प्रताप सिंह के संयोजन में संपन्न हुआ। संगोष्ठी का मुख्य विषय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” से प्रेरित था।
कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षक और छात्र
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता योगाचार्य शिवम मिश्रा और डॉ. पूनम तिवारी, समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत प्रो. मनु प्रताप सिंह ने संगोष्ठी के महत्व को रेखांकित करते हुए की। डॉ. पूनम तिवारी ने योग के प्राचीन और आधुनिक संदर्भों पर प्रकाश डालते हुए महर्षि पतंजलि द्वारा प्रतिपादित अष्टांग योग की व्याख्या की। योगाचार्य शिवम मिश्रा ने योग के विभिन्न आसनों का प्रदर्शन करते हुए योग की बारीकियों को उपस्थितजनों के साथ साझा किया।
इनकी रही उपस्थिति और जिम्मेदारी इस संगोष्ठी में डॉ. रेखा शर्मा का सहयोग रहा। मंच संचालन डॉ. अंकित महेश्वरी ने किया। कार्यक्रम में डॉ. मुकेश बघेल, डॉ. शालिनी शर्मा, डॉ. संगीता, डॉ. एके सिंह, चंदन कुमार, अजय यादव और शिवानी गुप्ता आदि उपस्थित रहे। संगोष्ठी में संस्थान के छात्र भी उपस्थित रहे।