सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण का प्रशासनिक खंड का कार्यालय।
नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे बसे सेक्टरों में यमुना व हिंडन का पानी बैक फ्लो होकर सड़कों पर आने से रोकने के लिए हिंडन पर दो हेड रेग्युलेटर सेक्टर-148 व 150 में बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर आने वाला खर्च प्राधिकरण वहन करेगा। जबकि निर्माण उत्तर प
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30 लाख में तैयार होगा डिजाइन इसका सर्वे ड्राइंग डिजाइन तैयार करने के लिए प्राधिकरण से 30 लाख रुपए मांगा था, जिसे सिंचाई विभाग को सौंप दिया गया है। अब परियोजना को बनाने के लिए प्राधिकरण से नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे बसे सेक्टरों व सोसाइटी का लेआउट प्लान मांगा है। इससे सिंचाई विभाग की टीम को यह पता चल सके कि कौन-कौन से सेक्टर और सोसाइटी को हेड रेग्युलेटर से जोड़ा जा सकता है।
2023 में बैक फ्लो होने सेक्टरों में भरा था पानी दरअसल, 2023 में हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद अचानक यमुना का जलस्तर बढ़ गया। यमुना का जल बैकफ्लो होने से सेक्टर-168 में बना हेड रेग्युलेटर फेल हो गया। एक्सप्रेसवे के किनारे बने नालों में यमुना का जल पहुंच गया। इससे सेक्टर-142 स्थित एडवंट के नवनिर्मित नाले फट गए। इससे सेक्टर-137 तक की तमाम सोसायटियों की सड़कों पर जलभराव हो गया। प्राधिकरण ने ऑप्शनल व्यवस्था से यमुना के जल को शहर में घुसने से रोका। बोरियां डालकर बांध बनाया गया।
बरसाती नाले को हिंडन से जोड़ा जाएगा तब तक सेक्टर-150 स्थित मोम नाथल गांव के पास हिंडन में यमुना का जल बैकफ्लो हो गया। इससे सेक्टर-145 से सेक्टर-148 और सेक्टर-150 की सड़कों व कालोनी व गांव में जलभराव हो गया। इसको प्राधिकरण ने खतरे की घंटी माना है। इसलिए यहां पर बने नालों के हिंडन में डालने के लिए हेड रेग्युलेटर बनाने का निर्णय लिया गया। यहां की सोसाइटी या सेक्टर को कोई भी बरसाती नाला हिंडन में नहीं डाला गया है। ऐसे में बरसाती नाला को हिंडन से जुड़ने के साथ-साथ सीवर का शोधित जल भी इसमें में डाला जाएगा।