सोप थाना पुलिस ने चोरी के जेवर खरीदने वाले ज्वेलर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
टोंक में कमरे में रखी अलमारी से चोरी हुए सोने-चांदी के जेवरात को खरीदने वाले जयपुर के आरोपी गिरफ्तार। उसके पास से पुलिस ने लाखों रुपए के जेवर भी बरामद किए है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लाखों रुपए के जेवर भी बरामद कर लिए है।
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बता दे की वारदात में शामिल नाबालिग लड़की और उसके प्रेमी सहित तीन आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। सोप थाना पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी के लाखों रुपए के जेवर भी बरामद किए है।
28 सितंबर को चोरी, 8 नवंबर को दी थी रिपोर्ट
परिवादी रामरतन बैरवा निवासी शरीफ नगर पायगा ने 8 नवंबर को रिपोर्ट दी। उसमें बताया था कि 28 सितंबर को दोपहर को घर की अलमारी में रखे-सोने की झुमकियां, 750 ग्राम की चांदी की कनकती, पायजेब,दो जोड़ी फोलरिया, तीन चांदी की चेन नहीं मिली। करीब वारदात के दस दिन बाद रिपोर्ट दी गई। पहले फरियादी अपने स्तर पर नगदी और जेवरों को तलाशते रहे।
आरोपी के कब्जे से चुराया गए सोने चांदी के जेवर भी बरामद किए हैं।
पूछताछ में बच्ची घबराई तो शक हुआ
पुलिस की पूछताछ में परिवादी की 14 साल की बेटी घबरा गई। उसने अलमारी की चाबी से जेवर निकालकर अपने प्रेमी विशाल बैरवा और उसके दोस्त जितेंद्र बैरवा को देने की बात कुबूल कर ली। मामले में पुलिस ने धारा 303(2), 61(2), 317(2) BNS के तहत केस दर्ज किया।
इससे पहले पुलिस ने गत दिनों घर की अलमारी से 25 हजार रुपए और लाखों रुपए के जेवर चुराने वाली फरियादी की 14 वर्षीय नाबालिग लड़की और उसके प्रेमी व प्रेमी के उसके दोस्त पुलिस के हत्थे चढ़ चुके है।
25 हजार और कुछ जेवर प्रेमी से बरामद किए
गठित टीम ने नाबालिग से सहानुभूति से पूछताछ कर तथ्य स्पष्ट किए। उसे 10 नवंबर को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। अन्य आरोपी विशाल और जितेन्द्र से 750 ग्राम चांदी की कनकती, 25 हजार रुपए बरामद कर दोनों को 13 नवंबर को जेल भेज दिया गया। जांच में सामने आया कि चोरी का बाकी सामान ममता ज्वेलर्स, जयपुर को बेचा गया था। माल खरीदने वाले ज्वेलर वार्ड 10, मामोड़ियों का मोहल्ला, चाकसू (जयपुर) निवासी गोपाल लाल मंगल को 17 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने एक जोड़ी सोने के टॉप्स, झुमकियां,तीन चांदी की चैन, दो जोड़ी चांदी की फोलरिया, बरामद की। आरोपी को 20 नवंबर को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया।
कार्रवाई में जुटी रही टीम
इस खुलासे में थानाधिकारी सोप घासीलाल, एएसआई प्रहलाद नारायण, कॉन्स्टेबल पिंकेश, कॉन्स्टेबल रामरूप और कॉन्स्टेबल कैलाश की भूमिका रही।

