<p style="text-align: justify;">हमारी बॉडी में किडनी कितनी अहम है, यह बात किसी से छिपी नहीं है. ब्लड को साफ करने से लेकर बॉडी से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने और पानी व इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बनाने का काम किडनी का ही होता है. ऐसे में हम आज आपको उन टेस्ट के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आसानी से किडनी की बीमारी का पता लगाया जा सकता है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यूरिनालिसिस (Urinalysis)</strong></p>
<p style="text-align: justify;">यह एक नॉर्मल यूरीन टेस्ट है, जिससे पेशाब में प्रोटीन, रक्त, ग्लूकोज और अन्य दिक्कतों की जांच की जाती है. अगर पेशाब में प्रोटीन ज्यादा है तो यह किडनी की बीमारी या पेशाब के रास्ते में इंफेक्शन का सिग्नल हो सकता है. यूरिनालिसिस टेस्ट डायबिटीज, किडनी की बीमारी और यूटीआई का पता लगाने में मदद करता है. यह टेस्ट महज 100 से 300 रुपये में हो जाता है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>माइक्रोएल्ब्यूमिन्यूरिया टेस्ट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">महज 500 से 1000 रुपये में होने वाला माइक्रोएल्यूमिन्यूरिया टेस्ट पेशाब में एल्ब्यूमिन (प्रोटीन) की सूक्ष्म मात्रा का पता लगाता है. हेल्दी किडनी में माइक्रोएल्ब्यूमिन काफी कम होता है, लेकिन अगर किडनी को नुकसान पहुंचा है तो पेशाब में इसकी मात्रा बढ़ सकती है. यह टेस्ट क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) का शुरुआती संकेत दे सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ब्लड यूरिया नाइट्रोजन (BUN) टेस्ट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इस टेस्ट से ब्लड में यूरिया का लेवल पता चलता है, जिसे किडनी हमारे शरीर से बाहर निकालती है. अगर BUN का लेवल नॉर्मल से ज्यादा है तो यह किडनी की कार्यक्षमता में कमी का सिग्नल हो सकता है. इस टेस्ट को कराने में 200 से 500 रुपये तक लगते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>सीरम क्रिएटिनिन टेस्ट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इस टेस्ट से ब्लड में क्रिएटिनिन के लेवल की जानकारी मिलती है, जो मांसपेशियों के मेटाबॉलिज्म का अपशिष्ट प्रॉडक्ट है. किडनी की कार्यक्षमता कम होने पर ब्लड में क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ जाता है. सीरम क्रिएटिनिन टेस्ट 150 से 400 रुपये में हो जाता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट (eGFR)</strong></p>
<p style="text-align: justify;">eGFR टेस्ट किडनी की फिल्टर करने की क्षमता का आकलन करता है. इससे ब्लड में क्रिएटिनिन के लेवल की गणना उम्र, लिंग और वजन के आधार पर की जाती है. eGFR का कम स्तर क्रॉनिक किडनी डिजीज का संकेत हो सकता है. यह टेस्ट 300 से 700 रुपये तक में करा सकते हैं. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT)</strong></p>
<p style="text-align: justify;">KFT में BUN, क्रिएटिनिन, यूरिक एसिड, इलेक्ट्रोलाइट्स (सोडियम, पोटाशियम, क्लोराइड) और अन्य मापदंडों की जांच की जाती है. इससे किडनी की पूरी कार्यक्षमता का पता चलता है. KFT औसतन 500 से 1500 रुपये में हो जाता है, जिसकी कीमत अलग-अलग लैब और शहर के हिसाब से अलग हो सकता है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>किडनी अल्ट्रासाउंड</strong></p>
<p style="text-align: justify;">यह एक इमेजिंग टेस्ट है, जो किडनी और पेशाब के रास्ते में पथरी, गांठ, रुकावट या अन्य दिक्कतों का पता लगाने में मदद करता है. यह अल्ट्रासाउंड 800 से 2000 रुपये तक में हो जाता है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>क्रिएटिनिन क्लीयरेंस टेस्ट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">यह टेस्ट ब्लड और यूरीन में क्रिएटिनिन के लेवल की तुलना करके किडनी की फिल्टर करने की क्षमता का आकलन करता है. यह 24 घंटे के यूरीन स्टोरेज के साथ किया जाता है और ज्यादा सटीक नतीजे देता है. इस टेस्ट की कीमत 1000 से 2500 रुपये तक हो सकती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>किडनी बायोप्सी</strong></p>
<p style="text-align: justify;">यह एक स्पेशल टेस्ट है, जिसमें किडनी के टिशूज का सैंपल लेकर उसकी माइक्रोस्कोपिक जांच की जाती है. यह टेस्ट तब किया जाता है, जब अन्य टेस्ट से बीमारी की सटीक वजह पता न चले. किडनी बायोप्सी 5000 से 15000 रुपये में हो सकती है. </p>
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<p><strong>Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.</strong></p>
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