इस वर्ष गुप्त नवरात्रि 26 जून गुरुवार से प्रारंभ होकर 4 जुलाई तक चलेगी। यह नवरात्रि विशेष मानी जाती है क्योंकि इसमें देवी दुर्गा की दस महाविद्याओं की गुप्त साधना की जाती है। उज्जैन के हरसिद्धि माता मंदिर, चामुंडा माता मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में
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हरसिद्धि माता मंदिर में दीपमालिका सजाई जाएगी और गुप्त पूजन अर्चन किया जाएगा। इस दौरान भक्त गुप्त रूप से देवी की उपासना करते हैं। मंदिर परिसर में रोजाना भव्य श्रंगार, हवन, दुर्गा सप्तशती पाठ और सुबह-शाम 7:30 बजे आरती के साथ प्रसाद वितरण होगा।
चामुंडा माता मंदिर के पुजारी पं. शरद चौबे और पं. सुनील चौबे ने बताया कि नवरात्रि में विशेष सजावट की जाएगी और सभी अनुष्ठानों का विधिपूर्वक आयोजन होगा। वर्ष में चार नवरात्रियां आती हैं। चैत्र और अश्विन मास की नवरात्रियां प्रकट रूप से मनाई जाती हैं, जबकि माघ और आषाढ़ मास की नवरात्रियां गुप्त रूप से साधना के लिए रहती हैं।
गुप्त नवरात्रि में पांच रवि योग और तीन सर्वार्थ सिद्धि योग का विशेष संयोग
- सर्वार्थ सिद्धि योग: 26 जून सुबह 8:48 से 27 जून सुबह 7:22 तक।
- रवि योग: 28 जून सुबह 6:30 से 29 जून सुबह 7 बजे तक। 30 जून सुबह 7:30 से 1 जुलाई सुबह 9 बजे तक।
ग्रहों के भी महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे
- 28 जून को गुरु ग्रह आद्रा नक्षत्र के दूसरे चरण में
- 29 जून को शुक्र वृषभ राशि में
- 30 जून को मंगल पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेगा
इन संयोगों के कारण गुप्त नवरात्रि साधना के लिए अत्यंत शुभ मानी जा रही है।