मुजफ्फरपुर में थानाध्यक्ष ने विष्णुदेव नारायण सिंह इंटर कॉलेज के क्लर्क की जमकर पिटाई कर दी। थानाध्यक्ष सुजीत कुमार मिश्रा ने क्लर्क विशाल कुमार (29) को बंद कमरे में 100 लाठियां मारी। लगातार कई थप्पड़ जड़ दिए।
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विशाल कुमार (29) मंगलवार को रामपुरहरी थाने में लूट की शिकायत दर्ज करवाने पहुंचे थे, लेकिन थानाध्यक्ष उनके साथ मारपीट करने लगे। पैर, घुटने, पीठ और हाथ में चोट के बाद विशाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विशाल ने बताया, ‘कॉलेज के 2,11,200 रुपए सेंट्रल बैंक में जमा करने जा रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर सारे पैसे लूट लिए। हम इसकी शिकायत करने रामपुरहरी थाने पहुंचे थे।’
वहां थानाध्यक्ष उल्टा मुझपर ही दबाव बनाने लगे कि लूटपाट हमने ही कराया है। थानाध्यक्ष ने मुझसे कहा- यह स्वीकार करो, नहीं तो तुम्हें फंसाकर एनकाउंटर कर देंगे। हमने जब इसका विरोध किया कमरे में बंद कर लाठी से मारने लगे।’
मामला जब सामने आया तो थानाध्यक्ष बुधवार शाम 8 बजे विशाल से मिलने अस्पताल पहुंचे। वे विशाल के सामने कान पकड़कर माफी मांगने लगे। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।
विशाल के साथ लूट कैसे हुई, थाना अध्यक्ष ने खुद अस्पताल जाकर माफी क्यों मांगी, पढ़ें रिपोर्ट…
पहले तस्वीरों में देखिए कितनी बेरहमी से विशाल की पिटाई की गई….
घुटने के नीचे चोट के निशान।

जांघ के पास भी जख्म के लाल निशान।

हाथ पर 2 से 3 जगहों पर चोट के निशान।

पुलिस की पिटाई से विशाल के अंगूठा फूल गया है।
सीनियर ऑफिसर के पास मामला पहुंचा तो थानाध्यक्ष मांगी माफी
घटना की सूचना सीनियर ऑफिसर को मिली। इसके बाद थानाध्यक्ष सदर अस्पातल विशाल से मिलने पहुंचे। वीडियो में दिख रहा है विशाल सदर अस्पताल के बेड पर पड़ा है। सिविल ड्रेस में खड़े थानाध्यक्ष विशाल से बात करते हैं। विशाल कहता है सर क्या शिकायत करना अपराध है। आप हमको क्यों पिटाई की। इसपर थानाध्यक्ष कान पकड़कर माफी मांगते हुए कहा जो करना है अब कर लीजिए।

विशाल का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रुपए के साथ घड़ी, चांदी की अंगूठी और कड़ा भी ले गए बदमाश
विशाल ने कहा, ‘मैं मंगलवार दोपहर ढाई बजे कॉलेज से निकला। कुलिया के रास्ते में आगे जा रहा था। रेलवे लाइन के बाद यज्ञशाला पड़ता है। वहां से 400 मीटर दूर एक पुलिया आती है। वहीं पर बदमाशों ने मुझे घेर लिया। बदमाशों के पास हथियार था, इसलिए मैं उनका विरोध नहीं कर सका।

जो बाइक चला रहा था, वह हेलमेट पहना था और पीछ बैठे बदमाश मास्क पहना था। मास्क वाले बदमाश बाइक से उतरा और रुपए लेकर दोनों फरार हो गए। वे लोग कुलिया की तरफ भागे थे।

इसी थाना भवन में विशाल की हुई बेहरमी से पिटाई।
स्टाफ को थाना से भगा दिया और फिर मुझे पीटा
विशाल ने आगे कहा, ‘लूट के बाद मैं काफी घबरा गया था। मैंने कॉलेज के स्टाफ को फोन किया। वे लोग आएं। मैंने उसी समय डायल-112 को फोन किया। पुलिस आई और मुझे घटनास्थल पर ले गए। वहां डायल-112 के अधिकारी ने मेरा बयान भी लिया। वहां से हमलोग 4 बजे शाम में थाना गए।
साढ़े 4 बजे वहां से फिर से घटनास्थल पर गए, फिर थाने आए। उस वक्त तक थानाध्यक्ष नहीं थे। शाम 6 बजे मैंने थाने में आवेदन दिया। दो बार मेरा आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया। तीसरी बार में लिया, पर रिसिविंग नहीं दिया।
विशाल ने बताया

रात 8 बजे थानाध्यक्ष सुजीत पहुंचे। उन्हें सारी बात बताई गई। मामला सुनते ही वे भड़क गए। पुलिसकर्मियों से कहा ऊपर ले चलो। मेरे साथ जो कॉलेज के स्टाफ थे उन्हें भगा दिया। मुझे दूसरे तल्ले पर बंद कमरे में बैठाया। फिर थानाध्यक्ष डंडा लेकर आए और मुझे बेहरमी से पिटना शुरू कर दिया।

जख्म के निशान दिखाते पीड़ित विशाल।
कमरे में सीसीटीवी भी लगा था
पीड़ित विशाल के अनुसार, उन्हें जिस कमरे में बैठाया गया था, उस कमरे में CCTV भी लगा था। हालांकि, CCTV चालू नहीं था। कमरे में सिर्फ थानाध्यक्ष थे, जो मेरी पिटाई की।

सदर अस्पताल में पीड़ित विशाल से माफी मांगते थानाध्यक्ष।
ग्रामीण एसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने कहा,

मामला संज्ञान में आय है। Asp को जांच के निर्देश दिए है। जांचो के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।