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SCO Summit China 2025: SCO सम्मेलन में भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करेगा. NSA अजित डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन में पाकिस्तान की दोहरी नीति को उजागर करने की तैयारी में हैं.
SCO सम्मेलन में भाग लेने के लिए अजीत डोभाल चीन जा रहे हैं. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- डोभाल और राजनाथ की SCO सम्मेलन में एंट्री.
- पाकिस्तान को आतंकवाद पर बेनकाब करेगा भारत.
- BRI के जवाब में चाबहार और INSTC की पेशकश.
SCO Summit China 2025: चीन के सामने पाकिस्तान की पोल खुलने जा रही है. SCO (शंघाई सहयोग संगठन) सम्मेलन के मंच पर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की नापाक हरकत को एक बार फिर भारत बेपर्दा करेगा. SCO सम्मेलन इस बार चीन में होने जा रहा है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल SCO सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन के लिए रवाना होने को तैयार हैं. और इस बार भारत का एजेंडा बिलकुल साफ है पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर वैश्विक मंच पर घेरना. यह कोई सामान्य कूटनीतिक यात्रा नहीं होगी.
सूत्रों के मुताबिक भारत की योजना है कि सम्मेलन में जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों का नाम संयुक्त घोषणा-पत्र में शामिल करवाया जाए. इसके लिए SCO की रिजनल एंटी-टेररिज्म स्ट्रक्चर (RATS) को और मजबूत बनाने की पहल की जाएगी. लेकिन चीन और पाकिस्तान की करीबी को देखते हुए यह राह आसान नहीं लग रही.
खबर है कि चीन पाकिस्तान को नाराज नहीं करना चाहेगा और महज प्रतीकात्मक बयान देकर निकल सकता है. हालांकि भारत की कोशिश रहेगी कि पहलगाम हमले का जिक्र आधिकारिक दस्तावेजों में दर्ज हो भले ही पाकिस्तान और चीन इसका विरोध करें.
इस बैठक में एक और जटिलता है ईरान. ईरान ने पहलगाम हमले को लेकर भारत का समर्थन किया है लेकिन वह खुद चीन और पाकिस्तान के साथ रणनीतिक गठजोड़ का हिस्सा है. ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ जाने में उसकी भूमिका सीमित रह सकती है. दूसरी तरफ पाकिस्तान ने ईरान पर अमेरिकी हमलों की निंदा की है और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाकर एक नया संदेश देने की कोशिश की है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी होंगे चीन रवाना
SCO सम्मेलन के तहत ही भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी 25 से 27 जून के बीच चीन के किंगदाओ शहर में होने वाली रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने जा रहे हैं. यह किसी भी वरिष्ठ भारतीय मंत्री की लद्दाख टकराव (2020) के बाद पहली चीन यात्रा होगी. खबर कि उनकी चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जुन से अलग से द्विपक्षीय बैठक भी हो सकती है.
INSTC और चाबहार के जरिए BRI को जवाब
भारत अब शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के मंच पर सिर्फ आतंकवाद की बात नहीं करेगा, बल्कि चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का भी दूसरा रास्ता दिखाएगा. इसके लिए भारत चाबहार बंदरगाह और इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) को सामने रखेगा. भारत इन दोनों प्रोजेक्ट्स को चीन की योजना के मुकाबले एक मजबूत और बेहतर विकल्प के तौर पर पेश करेगा.