Monday, November 3, 2025
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एक कमरे में 38 वोटर…. वोट चोरी के ‘सबूत’! अब चुनाव आयोग करेगा जांच


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आदित्य ठाकरे ने वर्ली में वोट चोरी का आरोप लगाया, एक कमरे में 38 वोटर नाम दर्ज मिले. राज्य चुनाव आयोग ने मतदाता सूची की जांच के आदेश दिए हैं. लोकतंत्र की पारदर्शिता पर सवाल.

आद‍ित्‍य ठाकरे ने लगाए थे गंभीर आरोप. (PTI)

मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में एक नया बवाल खड़ा हो गया है. शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने राज्य चुनाव आयोग पर तीखे सवाल उठाते हुए वोट चोरी का मुद्दा उठाया था. उन्‍होंने ठीक उसी तरह प्रेस कांफ्रेंस की थी, जैसा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कुछ द‍िनों पहले की थी और दावा क‍िया क‍ि मुंबई के वर्ली विधानसभा क्षेत्र में एक ही कमरे के पते पर 38 से ज्यादा मतदाताओं के नाम दर्ज हैं! इस सनसनीखेज खुलासे के बाद राज्य चुनाव आयोग गुरुवार को हरकत में आ गया और मतदाता सूचियों की व्यापक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. लेकिन ये जांच होगी कैसे?

आदित्य ठाकरे ने एक विस्तृत प्रेजेंटेशन के जरिए दावा क‍िया क‍ि वर्ली जैसे शहरी क्षेत्र में भी वोटर ल‍िस्‍ट में गंभीर गड़बड़ी है. उन्‍होंने कहा क‍ि कई नाम फर्जी हैं, कुछ बार-बार दोहराए गए हैं, और कई लोग ऐसे हैं जो वर्षों से उस पते पर रहते ही नहीं. आद‍ित्‍य ठाकरे ने कहा, अगर एक ही कमरे में 38 मतदाता दिखाए जा सकते हैं, तो फिर चुनाव की ईमानदारी कहां बची? मुंबई जैसे शहर में भी अगर वोटों का खेल चल रहा है, तो गांवों में क्या हो रहा होगा? हालांकि आदित्य ने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर बीजेपी और चुनाव आयोग था. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की नींव ही हिल जाएगी अगर मतदाता सूची पारदर्शी नहीं रहेगी.

कैसे कराई जाएगी जांच

न्‍यूज18मराठी की रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्य ठाकरे के इस दावे के बाद राज्य चुनाव आयोग ने तत्काल संज्ञान लिया. बुधवार को जारी आदेश में आयोग ने सभी जिलाधिकारियों, नगरपालिकाओं और पंचायत संस्थाओं को निर्देश दिया है कि मतदाता सूचियों में संभावित ‘डुप्लीकेट नामों’ की जांच की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि हर वोटर सिर्फ एक जगह से ही वोट डाल सके. आयोग ने कहा कि विधानसभा मतदाता सूची को ही स्थानीय नगरपालिका, पंचायत आदि की आधार सूची के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन जिन मतदाताओं के नाम संदिग्ध पाए जा रहे हैं, उनके सामने “()” चिह्न** लगाया जाएगा और उनकी स्थानीय स्तर पर जांच की जाएगी.

कैसे होगी जांच?

आयोग ने कहा है कि ऐसे सभी संभावित डुप्लीकेट मतदाताओं को नोटिस भेजा जाएगा. यदि मतदाता यह साबित नहीं कर पाता कि वह उसी क्षेत्र में वोट देने का पात्र है, तो उसे सूची से हटाया जा सकता है. यदि वह मतदान केंद्र पर पहुंचेगा, तो उससे एक हमीपत्र (Undertaking) लिया जाएगा कि उसने किसी अन्य केंद्र पर मतदान नहीं किया है और नहीं करेगा. इसके बाद ही उसकी पहचान की पुष्टि कर उसे वोट डालने की अनुमति दी जाएगी. आयोग ने कहा कि यह जांच कठोर और निष्पक्ष तरीके” से की जाएगी ताकि किसी को वोट देने के अधिकार से अन्यायपूर्वक वंचित भी न किया जाए.

वोट चोरी सबसे बड़ा अपराध

आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह सिर्फ एक गड़बड़ी नहीं, बल्कि लोकतंत्र के साथ सिस्टमेटिक मैनिपुलेशन है. उन्होंने कहा, जब एक वोट की कीमत लोकतंत्र तय करता है, तो हर नकली वोट लोकतंत्र की हत्या करता है. मैं सिर्फ वर्ली नहीं, पूरे महाराष्ट्र की आवाज उठा रहा हूं. अगर हम आज नहीं बोले, तो कल हमारे बच्चों के वोट कोई और डाल देगा. उन्होंने राज्य चुनाव आयोग से पारदर्शी जांच और पब्लिक रिपोर्ट की मांग की है ताकि जनता को भरोसा हो सके कि चुनाव निष्पक्ष हैं.

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Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group… और पढ़ें

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