प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 समिट में शामिल होने के लिए कनाडा गए थे. वहां उन्होंने कैनेडियन प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने कनाडा में छिपे बैठे भारत के आठ भगोड़े आतंकियों और गैंगस्टरों की लिस्ट सौंपी है. गृह मंत्रालय के निर्देश पर इन आतंकियों और गैंगस्टरों की खुफिया जानकारी जुटाकर एक डोजियर तैयार किया गया है, जिसमें खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला और लखबीर सिंह ‘लांडा’ जैसे नाम शामिल हैं.
लकी वर्तमान में कनाडा से ही अपना गैंग चला रहा है और उसके पास पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगभग 400 शूटर सक्रिय हैं. उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित है.
बंबीहा गैंग के भी गुंडों पर नकेल
केंद्रीय एजेंसियों ने अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के लिए रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) से संपर्क साधा था. एजेंसियों को जानकारी मिली कि डल्ला को दिसंबर में जमानत मिलने के बाद उस पर लगाए गए एंकल मॉनिटरिंग ब्रैसलेट को उसने 30,000 कनाडाई डॉलर का जुर्माना भरकर हटवा लिया था. यह पहली बार था जब भारत की किसी केंद्रीय जांच एजेंसी ने सीधे तौर पर आरसीएमपी से डल्ला की गिरफ्तारी को लेकर बात की.
नए रिश्तों की शुरुआत
सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की ‘संभावित संलिप्तता’ का आरोप लगाया था, जिससे दोनों देशों के संबंधों में भारी खटास आ गई थी और एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित करना पड़ा था. इसके बाद कनाडा की विदेशी हस्तक्षेप आयोग ने भारत को कनाडा की चुनावी प्रक्रिया में ‘दूसरे सबसे सक्रिय देश’ के रूप में नामित किया था. भारत ने इन आरोपों को ‘बिल्कुल निराधार और राजनीति से प्रेरित’ बताया है.