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Patliputra to Gorakhpur Vande Bharat- पटलिपुत्र से गोरखपुर चलने वाली 71वीं वंदेभारत खास होगी. इसमें नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो कश्मीर घाटी में चलने वाली वंदेभारत में किया गया है.
पहली से लेकर 71 वीं वंदेभारत काफी बदल चुकी है.
हाइलाइट्स
- कश्मीर घाटी के लिए बनी है स्पेशल वंदेभारत
- इसमें नई तकनीक का भी हुआ इस्तेमाल
- अन्य वंदेभारत में इस तकनीक का किया जा रहा है इस्तेमाल
नई दिल्ली. पटलिपुत्र से गोरखपुर चलने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री को 20 जून को झंडी दिखाकर रवाना करने वाले हैं. यह 71वीं वंदेभारत होगी. यह ट्रेन पहले चल रही इस श्रेणी की ट्रेनों से थोड़ी अलग होगी, जिससे यात्रियों का सफर और आसान हो जाएगा. हाल ही में जम्मू कश्मीर में शुरू हुई वंदेभारत के बाद यह पहली होगी.
ये है नई तकनीक
इसलिए पटलिपुत्र गोरखपुर में नई तकनीक का प्रयोग
कितनी बदली पहली से 71 वीं वंदेभारत
तकनीकी रूप में नई वंदेभारत एक्सप्रेस में कई बदलाव किए गए हैं. पहली ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चली थी. पैसेंजर की सुविधा के अनुसार सीटों में बदलाव किया गया है. पुरानी वंदेभारत में सीट का पिछला हिस्सा ही मूव कर सकता है, जबकि अब ट्रेन सेट में पूरी सीट सुविधा अनुसार मूव कराई जा सकेगी. इसके साथ ही पैर रखने के लिए फुट स्टेप में भी बदलाव किया गया है. पूरे कोच में लाइटिंग भी पहले से बेहतर की गयी है.